अमूल, एक वैश्विक डेयरी नेता, मिशिगन दूध उत्पादक संघ के साथ साझेदारी के माध्यम से अमेरिकीबाजार में प्रवेश कर रहा है। शुरू में प्रमुख शहरों में उपलब्ध, यह विस्तार अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए दूध और डेयरी नवाचारों सहित अपने उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को लाने के लिए अमूल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गुजरात के आनंद में 1946 में शुरू हुआ अमूल, स्थानीय दूध उत्पादकों के शोषण से बचाने के लिए एक सहकारी आंदोलन के तहत बनाया गया था। उस समय इसे आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड कहा जाता था और इसका नेतृत्व त्रिभुवनदास पटेल ने किया था, जिनके साथ सरदार पटेल का समर्थन था। 1949 में, डॉ. वर्गीज कुरियन ने अमूल में शामिल होकर इसे एक वैश्विक डेयरी लीडर बना दिया। उनके नेतृत्व में, अमूल ने ऑपरेशन फ्लड की शुरुआत की, जिसने भारत में दूध उत्पादन को पूरी तरह से बदल दिया।
अमूल के उत्पाद
अमूल ने समय के साथ कई शानदार उत्पाद पेश किए हैं, जैसे भैंस के दूध से बना पहला दूध पाउडर और प्रसिद्ध अमूल मक्खन। उनके मजेदार विज्ञापन भारतीय पॉप कल्चर का हिस्सा बन गए हैं और लोगों के दिलों में खास जगह बना चुके हैं।
अमूल का अमेरिका में कदम
अमूल ने अब अमेरिकी बाजार में कदम रखा है, जहां उसने 108 साल पुराने मिशिगन दूध उत्पादक संघ (MMPA) के साथ साझेदारी की है। इससे अमूल के ताजे दूध उत्पाद अमेरिकी उपभोक्ताओं तक पहुंचेंगे। गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ (GCMMF) और MMPA के बीच सहयोग से MMPA दूध संग्रह और प्रसंस्करण संभालेगा, जबकि GCMMF विपणन और ब्रांडिंग का काम करेगा।
शुरुआत में, अमूल का दूध न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, शिकागो, वाशिंगटन, डलास और टेक्सास में उपलब्ध होगा, और बाद में अन्य प्रमुख शहरों में भी इसके विस्तार की योजना है। GCMMF के MD जयन मेहता ने बताया कि अमूल का इरादा अमेरिका के अलावा अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी विस्तार करने का है। वर्तमान में, अमूल के पनीर, दही, स्वाद वाले दूध, आइसक्रीम और चॉकलेट जैसे उत्पाद 50 से अधिक देशों में निर्यात किए जाते हैं।
नए उत्पाद और योजनाएं
अमूल भारत में नए हाई-प्रोटीन उत्पाद लाने की तैयारी में है। हाल ही में रिपोर्टों से पता चला है कि अमूल के “सुपरमिल्क” में प्रति गिलास 35 ग्राम प्रोटीन होता है। इसके अलावा, अमूल ऑर्गैनिक मसालों के बाजार में भी कदम रखने की योजना बना रहा है, जिसमें ऑर्गैनिक मसाला, गुड़ और चीनी शामिल हैं। इसके लस्सी, मिल्कशेक, छाछ और मट्ठा के हाई-प्रोटीन वर्जन भी भारत में उपलब्ध हैं, जो प्रति सर्विंग 15-20 ग्राम प्रोटीन प्रदान करते हैं। अमूल ने वित्त वर्ष 23 में 55,000 करोड़ रुपये (लगभग 7.2 अरब अमेरिकी डॉलर) से अधिक का कारोबार किया।
प्रायोजन और वैश्विक उपस्थिति
अमूल ने हाल ही में टी20 विश्व कप के लिए यू.एस.ए और दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीमों के प्रायोजन की घोषणा की है। यह खबर 2 मई को न्यूयॉर्क में एक समारोह के दौरान आई, जहां अमूल को यू.एस.ए की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का प्रमुख आर्म प्रायोजक बनाया गया। जयन मेहता ने उम्मीद जताई है कि इस प्रायोजन से अमूल की विश्व स्तर पर पहचान बढ़ेगी।