नंदिनी दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की घोषणा की गई है, जो 26 जून से लागू होगी। इस वृद्धि का उद्देश्य उच्च खरीद लागत और बढ़ते उत्पादन स्तर के कारण किसानों का समर्थन करना है। इसके साथ ही, हर पैकेट में अतिरिक्त 50 मिलीलीटर दूध भी शामिल किया जाएगा।
कर्नाटक दूध महासंघ (के. एम. एफ.) ने 26 जून, 2024 से नंदिनी दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है। ये कीमतें बढ़ाने के साथ ही, हर पैकेट में अतिरिक्त 50 मिलीलीटर दूध भी जोड़ा जाएगा। आइए जानते हैं कि यह बदलाव क्यों हो रहा है और इसके पीछे की वजहें क्या हैं।
कीमतों में बढ़ोतरी का कारण
नंदिनी दूध की कीमतों में 2 रुपये की बढ़ोतरी दूध उत्पादन की बढ़ती मात्रा और बढ़ती लागत को देखते हुए की गई है। यहां विस्तार से बताया गया है कि कैसे यह समायोजन उपभोक्ताओं और किसानों दोनों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है:
- दूध उत्पादन में वृद्धि: पिछले साल के 90 लाख लीटर प्रति दिन से बढ़कर अब दूध उत्पादन 99 लाख लीटर से ज्यादा हो गया है। इस बढ़ी हुई मात्रा को संभालने के लिए, हर पैकेट में अतिरिक्त 50 मिलीलीटर दूध शामिल किया जा रहा है।
- डेयरी किसानों का समर्थन: मूल्य वृद्धि का एक मुख्य कारण किसानों को उचित मुआवजा देना है। कीमतों को समायोजित करके और प्रति पैकेट दूध की मात्रा बढ़ाकर, के. एम. एफ. यह सुनिश्चित करना चाहता है कि किसानों को उनका सही मुआवजा मिले और वे बेहतर तरीके से काम कर सकें।
नई कीमतें और प्रभाव
नई कीमतें 26 जून से लागू होंगी:
- 500 मिलीलीटर पैकेट: कीमत ₹22 से बढ़कर ₹24 हो जाएगी, लेकिन अब इसमें 550 मिलीलीटर दूध होगा।
- 1000 मिलीलीटर (1 लीटर) पैकेट: कीमत ₹42 से बढ़कर ₹44 हो जाएगी और मात्रा बढ़कर 1050 मिलीलीटर हो जाएगी।
उपभोक्ताओं पर असर
दूध की कीमतों में वृद्धि, हालांकि ध्यान देने योग्य है, अतिरिक्त मूल्य प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है। प्रत्येक पैकेट में अतिरिक्त दूध को शामिल करके, के. एम. एफ.(KMF) बढ़े हुए उत्पादन के प्रबंधन की आवश्यकता और उपभोक्ताओं को उचित सौदा प्रदान करने की इच्छा दोनों को संबोधित कर रहा है। यह दृष्टिकोण घरेलू बजट पर मूल्य वृद्धि के प्रभाव को कम करने में मदद करता है, साथ ही यह सुनिश्चित करता है कि डेयरी किसानों का समर्थन किया जाए।
वृद्धि के पीछे का तर्क
- परिचालन लागत और ईंधन कर: हाल ही में कर्नाटक सरकार ने ईंधन पर बिक्री कर बढ़ा दिया, जिससे परिवहन खर्च बढ़ गया है। इसके अलावा, दूध भंडारण और उपयोग की बढ़ती जरूरतें भी इस निर्णय में शामिल हैं।
- दूध भंडारण: मौजूदा फसल के मौसम के चलते दूध का भंडारण बढ़ गया है। के. एम. एफ. ने हर पैकेट में दूध की मात्रा बढ़ाकर इस अधिशेष को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने की योजना बनाई है।
26 जून, 2024 से नंदिनी दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी बढ़ते उत्पादन और बढ़ती लागत के साथ एक समझदारी भरा कदम है। हर पैकेट में अतिरिक्त दूध जोड़ने से उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्य मिलेगा और किसानों को उचित मुआवजा मिलेगा। यह बदलाव डेयरी उद्योग की जटिलताओं और लागत दबावों को संतुलित करने की कोशिश को दर्शाता है।