कराची में दूध की कीमतें अब 370 PKR प्रति लीटर तक पहुँच गई हैं, जो कि वैश्विक कीमतों को पार कर गई हैं। इसका कारण एक नया 18% कर है, जो महंगाई और सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाता है, जिससे दूध की सुलभता और पोषण पर प्रभाव पड़ता है।
एक महत्वपूर्ण आर्थिक बदलाव में, कराची में दूध की कीमतें एम्स्टर्डम, पेरिस और मेलबर्न सहित प्रमुख वैश्विक शहरों की तुलना में अधिक हो गई हैं। यह मूल्य वृद्धि पाकिस्तान के नवीनतम वार्षिक बजट के हिस्से के रूप में पेश किए गए पैकेज्ड दूध पर एक नए 18% कर के हालिया कार्यान्वयन के बाद हुई है। कर के कारण विक्रय दूध की कीमतों में नाटकीय वृद्धि हुई है, जिससे देश में मुद्रास्फीति और सार्वजनिक स्वास्थ्य के बारे में चिंता बढ़ गई है।
कीमत वृद्धि के विवरण
नीचे एक तालिका दी गई है जो विभिन्न शहरों में अल्ट्रा-हाई तापमान (UHT) दूध की लागत को दर्शाती है, जिसमें कराची में नए कर का प्रभाव भी शामिल है:
शहर | प्रति लीटर लागत (स्थानीय मुद्रा) | प्रति लीटर लागत (USD) |
कराची | PKR 370 | $1.33 |
एम्स्टर्डम | €1.19 (लगभग PKR 339) | $1.29 |
पेरिस | €1.13 (लगभग PKR 321) | $1.23 |
मेलबर्न | A$1.70 (लगभग PKR 308) | $1.08 |
नोट
- विनिमय दर अनुमानित हैं और बदल सकते हैं।
- कराची की कीमत 18% कर वृद्धि के प्रभाव को दर्शाती है, जिसने खुदरा कीमतों को लगभग 25% बढ़ा दिया है।
- यह तालिका कराची में दूध की कीमत की तुलना अन्य प्रमुख शहरों से करती है, जो नए कर के कारण दूध की महंगाई को उजागर करती है।
महंगाई और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
- नई कर का प्रभाव
दूध की कीमतों में वृद्धि पाकिस्तान में जारी महंगाई संकट में योगदान करने की संभावना है। डच डेयरी (Dutch dairy) उत्पादक रॉयल फ्रिजलैंडकंपिना एन.वी (Royal FrieslandCampina NV) के प्रवक्ता मुहम्मद नसीर ने उल्लेख किया कि कर से पहले पाकिस्तान में दूध की कीमतें वियतनाम और नाइजीरिया जैसे अन्य विकासशील देशों के समान थीं। नए मूल्य निर्धारण से पाकिस्तानी परिवारों की वित्तीय स्थिति पर अधिक दबाव पड़ सकता है, विशेष रूप से एक ऐसे देश में जहां लगभग 40% आबादी गरीबी में रहती है। - सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंताएँ
दूध की बढ़ती कीमतें सार्वजनिक स्वास्थ्य को गंभीर खतरा उत्पन्न करती हैं। बढ़ी हुई कीमतें बच्चों में कुपोषण को बढ़ा सकती हैं, जहां लगभग 60% पाकिस्तानी बच्चे पांच साल से कम उम्र के एनीमिया से पीड़ित हैं और 40% बच्चे विकास की कमी का सामना कर रहे हैं। कर से ये मुद्दे और बढ़ सकते हैं, क्योंकि आवश्यक पोषण उन लोगों के लिए कम सुलभ हो जाएगा जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है। - सरकारी बजट और कराधान
अपने हालिया वार्षिक बजट में, पाकिस्तान ने एक नए बेलआउट के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करने के लिए करों में 40% की वृद्धि की, जो रिकॉर्ड पर सबसे अधिक है। डिब्बा बंद दूध और शिशु भोजन पर 18% कर को उद्योग के प्रतिनिधियों और जनता की आलोचना का सामना करना पड़ा है, जो तर्क देते हैं कि यह कुपोषण को खराब करेगा और परिवारों को कम पौष्टिक विकल्प चुनने के लिए मजबूर करेगा। - कर सुधार की मांग
स्थानीय निर्माताओं ने सरकार से अनुरोध किया है कि कर को तीन चरणों में समाप्त किया जाए: पहले वर्ष में 5%, दूसरे वर्ष में 10%, और तीसरे वर्ष में शेष 3%। यह क्रमिक दृष्टिकोण उपभोक्ताओं पर वित्तीय प्रभाव को कम करने और आवश्यक पोषण तक बेहतर पहुंच को समर्थन देने का लक्ष्य रखता है।
आलोचना और सरकारी प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी सरकार के द्वारा स्थानीय रूप से उत्पादित नवजात फॉर्मूला और बेबी फूड पर 18% कर लगाने के निर्णय ने महत्वपूर्ण आलोचना का सामना किया है। उद्योग प्रतिनिधियों और जनता के सदस्यों ने तर्क किया है कि यह कर पहले से ही गंभीर पोषण स्थिति को और खराब करेगा। आलोचकों ने चेतावनी दी है कि माता-पिता सस्ते, कम पोषक विकल्पों की ओर मुड़ सकते हैं, जिससे नवजात और छोटे बच्चों में कुपोषण बढ़ सकता है।
इन चिंताओं के जवाब में, स्थानीय निर्माताओं ने कर के चरणबद्ध कार्यान्वयन का प्रस्ताव दिया है। वे पहले वर्ष में 5% कर, दूसरे वर्ष में 10% और तीसरे वर्ष में 18% तक की वृद्धि का सुझाव देते हैं। यह क्रमिक दृष्टिकोण उपभोक्ताओं पर तत्काल वित्तीय प्रभाव को कम करने के साथ-साथ सरकार की वित्तीय आवश्यकताओं को भी पूरा करने का लक्ष्य रखता है।
कराची में दूध की कीमतों में तेज वृद्धि, जो नए कर के कारण हुई है, पाकिस्तान में व्यापक आर्थिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों को उजागर करती है। जैसे-जैसे देश महंगाई और कुपोषण संकट का सामना कर रहा है, सरकार की वित्तीय नीतियों और रोजमर्रा की आवश्यकताओं जैसे दूध पर उनके प्रभाव की गहन समीक्षा की जा रही है। प्रस्तावित चरणबद्ध कर कार्यान्वयन एक संभावित समझौता पेश कर सकता है, लेकिन यह देखना बाकी है कि स्थिति आने वाले महीनों में कैसे विकसित होगी।